सुरेन्द्र चौरसिया जी के बारे में
सुरेन्द्र चौरसिया जी सभी लोगों के बीच में लोकप्रिय हैं। अपने कार्यालय में चौरसिया जी जनसुनवाई करके विधानसभा के लोगो की समस्याओं का निवारण करते हैं। उनकी कार्य प्रणाली और आम आदमी के प्रति संवेदनशीलता ने उन्हें एक विशेष दर्जा दिया और उन्हें जनता के बीच जनता के नेता के रूप में बहुत लोकप्रिय बना दिया। चौरसिया जी द्वारा जनता दर्शन कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों तथा कुछ खास समूहों जैसे दिव्यांगों, वरिष्ठ नागरिकों व महिलाओं की समस्याओं को विशेष वरीयता दी जाती है |
सुरेन्द्र चौरसिया जी का छात्र जीवन
सुरेन्द्र चौरसिया विद्यार्थी जीवन से ही नेता के रूप में अपनी पहचान बना चुके थे। ये काफी समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में जुड़े रहे, जहाँ से इन्होने अपने छात्र राजनीति की शुरुआत की।
छात्र संघ चुनाव
सुरेन्द्र चौरसिया जी छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़कर छात्र राजनीति की शुरुआत की, जो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में रहते हुए SBPG कॉलेज से छात्र संघ चुनाव भी लड़ चुके है।
हिन्दू युवा वाहिनी से जुड़े
विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहने के कारण इनके अंदर हिंदुत्व की भावना कूट- कूट कर भरी हुए है। उसी समय 2007 में योगी आदित्यनाथ जी से प्रभावित होकर हिन्दू युवा वाहिनी में शामिल हो गए और जिन्हे उस समय रामपुर कारखाना ब्लॉक का अध्यक्ष बनाया गया। उसके बाद से ही सुरेन्द्र चौरसिया जी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा तथा क्षेत्र की जनसमस्याओ को लेकर हमेशा मुखर रहे तथा सडकों पर जनसमस्याओ को लेकर आन्दोलन करते रहे। देखते ही देखते चौरसिया जी ने हिन्दू युवा वाहिनी के बैनर तले बड़ी टीम खड़ी कर दी।
सुरेन्द्र चौरसिया जी की पत्नी अनीता देवी बनी जिला पंचायत सदस्य
हिन्दू युवा वाहिनी में रहते हुए ही 2010 में जिला पंचायत का चुनाव होना था जहा महिला सीट होने के कारण चौरसिया जी ने अपनी पत्नी अनीता देवी को जिला पचांयत सदस्य का चुनाव लड़ाया जो तमाम दिग्गजों को हराकर जिला पंचायत सदस्य चुनी गयी परन्तु सुरेन्द्र चौरसिया जी कहा पीछे मुड़कर देखने वाले थे। वो लगातार सडकों पर संघर्ष करते रहे व क्षेत्र की समस्यायों को प्रमुखता से उठाते रहे तथा 2015 में सुरेन्द्र चौरसिया जी जिला पंचायत लड़े और पराजित हो गए फिर भी वो हमेशा जनसमस्यायों को लेकर लड़ते रहते थे जिससे क्षेत्र में उनकी पहचान बन चुकी थी।
भाजपा किसान मोर्चे में जिला महामंत्री बनाये गए
चौरसिया जी के संघर्षों को देखकर बीजेपी ने उन्हें बीजेपी किसान मोर्चे का जिला महामंत्री बनाया। जिसके बाद 2017 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद लगातार गांव- गांव में सरकार की योजनायें अंतिम व्यक्ति तक कैसे पहुंचे इसके लिए सदैव तत्पर रहते थे तथा पुरे प्रदेश में समय -समय पर कार्यक्रमों में पहुंच कर समाज को एकजुट कर बीजेपी के पक्ष में जोड़ने का प्रयास करते रहे।
विधानसभा रामपुर कारखाना देवरिया से विधायक चुने गए
2022 में बीजेपी की नजर सुरेन्द्र चौरसिया जी पर पड़ी जो जमीन से जुड़कर लोगो के लिए काम कर रहे थे। जिससे प्रभावित होकर बीजेपी ने साधारण कार्यकर्ता को रामपुर कारखाना से विधानसभा का उम्मीदवार बनाया। बीजेपी तथा सुरेन्द्र चौरसिया जी की लोकप्रियता को देखते हुए रामपुर कारखाना की जनता ने 3 बार की विधायक रही दिग्गज गजाला लारी को हराकर और 91000 से अधिक वोट देकर विधानसभा में भेजा ।
चौरसिया जी के द्वारा निःशुल्क मोतिया बिन्द शिविर का आयोजन
चौरसिया जी का देवरिया में ही नहीं पुरे प्रदेश में इनके काम करने का तरीका अलग है। सुबह 5 बजे से ही जनता से मिलने का समय शुरू हो जाता है। चौरसिया जी की सुलभता, सहजता व कार्य करने के तौर तरीके से जनता में दिन प्रति दिन लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। आज क्षेत्र का बच्चा- बच्चा इन्हे पहले से भी ज्यादा प्यार करने लगा है। आज इनकी दृढसंकल्पता ही है जो इन्होने एक ट्रस्ट को गुजरात से लाकर अपने क्षेत्र में निःशुल्क मोतिया बिन्द शिविर का आयोजन किया जो लगातार 3 महीने तक चला जिसमे 52028 लोगो के मोतिया बिन्द का ऑपरेशन हुआ। जिससे उनके आँखों की रौशनी के साथ- साथ चेहरे पर मुस्कराहट आयी।